बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A अर्थशास्त्र - पर्यावरणीय अर्थशास्त्र बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A अर्थशास्त्र - पर्यावरणीय अर्थशास्त्रसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A अर्थशास्त्र - पर्यावरणीय अर्थशास्त्र - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- आर्थिक विकास एवं स्वास्थ्य के मध्य सम्बन्ध का परीक्षण कीजिए।
उत्तर -
(Economics Development and Health)
किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए उस देश के लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होना आवश्यक होता है। स्वस्थ्य व्यक्ति ही विकास में अपना अधिकतम योगदान दे सकता है। उत्तम स्वास्थ्य वाले व्यक्ति की कार्यक्षमता अधिक होती है। मानव स्वास्थ्य को अर्थशास्त्र में मानव विनियोग क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त भोजन, उचित आवास, उचित पर्यावरण व स्वास्थ्य सेवाओं का होना आवश्यक होता है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए लोगों को पर्याप्त एवं पौष्टिक भोजन दिया जाना चाहिये, सफाई एवं स्वस्थ दशाओं की व्यवस्था की जानी चाहिये तथा चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिये। इन मदों पर किया गया विनियोग लोगों के स्वास्थ्य एवं कार्यक्षमता में सुधार करके उत्पादकता को बढ़ायेगा और आर्थिक विकास की दर को तेज करेगा। देश के आर्थिक विकास के लिये 'उत्पादकता में वृद्धि एक आवश्यक पूर्व शर्त है और उत्पादकता में वृद्धि के लिए स्वस्थ जन-शक्ति का होना आवश्यक है। स्वास्थ्य का निम्न स्तर एवं पोषण की कमी उत्पादकता एवं आर्थिक विकास पर खराब प्रभाव डालते हैं। अल्पविकसित देशों में लोगों को पर्याप्त भोजन नहीं मिलता है, वे अल्पपोषण के शिकार होते हैं, उनके लिए चिकित्सा सेवायें उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए वे अस्वस्थ रहते हैं उनकी कार्यकुशलता कम होती है और उत्पादकता का स्तर निम्न बना रहता है। उनकी प्रति व्यक्ति आय कम होती है और वे निर्धनता के दूषित चक्र में जकड़ जाते हैं। विकास की गति को तेज करने के लिये जनशक्ति के स्वास्थ्य व गुणों में सुधार किया जाना चाहिए।
आवास व्यवस्था मानवीय स्वास्थ्य एवं कार्यकुशलता को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण घटक है। गन्दी बस्तियाँ बिना हवा एवं रोशनी के झोपड़ियाँ, सीलन एवं गन्दगी से भरी गलियाँ श्रमिक वर्ग के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती हैं जिसका उनकी उत्पादकता एवं देश के आर्थिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अतः इन गन्दी बस्तियों को स्वस्थ, हवादार एवं स्वच्छ बनाये जाने चाहिये, मकान निर्माण योजनाओं को व्यापक स्तर पर चालू किये जाने चाहिये और कार्य हेतु निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जाने की आवश्यकता होती है। अच्छी आवास व्यवस्था होने पर श्रमिकों की कार्यक्षमता बढ़ती है, उनकी उत्पादकता का स्तर ऊँचा होता है और आर्थिक विकास की दर बढ़ती है।
सकारात्मक प्रभाव (Positive Effects) -
आर्थिक विकास का मानवीय स्वास्थ्य पर सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों ही प्रकार के प्रभाव होते हैं। आर्थिक विकास से स्वास्थ्य पर होने वाले सकारात्मक प्रभाव निम्नवत् हैं
1. आर्थिक विकास से व्यक्तियों की आय बढ़ती है। इससे उनके खान-पान, जीवन स्तर आदि में सुधार होने से वे अधिक स्वस्थ एवं पुष्ट होते हैं।
2. आर्थिक विकास से व्यक्ति की कार्यक्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
3. सम्पन्न एवं धनी लोगों के पास पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएँ होने से उनका स्वास्थ्य स्तर ऊँचा रहता है।
4. आर्थिक विकास से स्वास्थ्य सेवाओं व संस्थाओं का विकास होता है तथा मानव पूँजी दीर्घजीवी होती है। आर्थिक विकास के फलस्वरूप स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण ही विकसित देशों में लोगों की प्रत्याशित आयु अधिक होती है।
नकारात्मक प्रभाव (Negative Effects) -
एक देश में आर्थिक विकास होने से वहाँ विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी विपरीत दशाएँ उत्पन्न होती हैं
1. आर्थिक विकास का मुख्य कारण देश में औद्योगिक विकास होना है। औद्योगिक विकास से देश में पर्यावरण प्रदूषित होता है जिसका मानव स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
2. आर्थिक विकास हेतु उद्योग-धन्धे लगाने के लिए वनोन्मूलन करना पड़ता है जिससे वायु प्रदूषण उत्पन्न होता है।
3. विकासशील देशों में शहरी मलिन बस्तियों में लोगों के स्वास्थ्य खराब होते हैं। यहाँ रहने वाले लोगों में विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती हैं जोकि औद्योगिक प्रगति के परिणामस्वरूप हुये आर्थिक विकास का परिणाम है।
4. रासायनिक व भौतिक घटक व्यक्ति के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालते हैं।
5. आर्थिक विकास के कारण नगरों में आवास समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। आवास व्यवस्था का लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। खराब आवास व्यवस्था से टी. वी., कुकुर खाँसी, डिप्थीरिया, कुष्ठरोग, प्लेग आदि बीमारियां लग जाती हैं।
6. उद्योगों से निकलने वाला धुआँ व विभिन्न गैसें मानव स्वास्थ्य को हानि पहुँचाती हैं। आर्थिक विकास का मानव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पड़े, इसके लिए आवश्यक है कि आर्थिक विकास हेतु उद्योगों का विकास करने के साथ-साथ पर्यावरणीय उन्नयन तथा स्वास्थ्य सुविधाओं की ओर ध्यान दिया जाय।
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- प्रश्न- प्रो. आर. कोज द्वारा सम्पत्ति अधिकारों के सम्बन्ध में बतायी गयी द्वितीय प्रमेय को समझाइये।
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